Author | Dr. Dilip Jaiswal, Dr. Sanjay Kumar Singh, Dr. Jitendra Kumar Thakur |
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Binding | Paperback |
Edition | First |
Publishing year | 2021 |
Sharirik Shiksha BA/ BSc (2nd Year) – Hindi Medium
“भाग-I
स्वास्थ्यशिक्षा
अनुक्रम
1.स्वास्थ्यऔरस्वास्थ्यशिक्षा
1.1स्वास्थ्यकाअर्थ,परिभाषातथाआयाम
1.2स्वास्थ्यशिक्षाकाअर्थ,परिभाषा,उद्देश्य,सिद्धांततथामहत्व
1.3संतुलितआहार-इसकेतत्त्वऔरस्त्रोत
1.4संतुलितआहारकोप्रभावितकरनेवालेकारक
1.5संतुलितआहारकामहत्व
1.6एथलीटोंकेलिएप्रतियोगिताअथवाप्रशिक्षण-सत्र
सेपूर्वतथापश्चात्पोषकतत्त्वोंकीमात्रा
2.ड्रग्सतथातम्बाकू
2.1ड्रग्सतथातम्बाकूकाव्यक्तितथाखेलप्रदर्शन
परप्रभाव
2.2:खेलोंमेंडोपिंग
3.प्राथमिकचिकित्सा
3.1प्राथमिकचिकित्साकाअर्थवपरिभाषा।शारीरिकशिक्षातथाखेलकूदमेंप्राथमिकचिकित्साकामहत्व
3.2:विभिन्नखेलोंकीचोटोंकेलिएप्राथमिकचिकित्सा
4.संक्रामकरोग
4.1संक्रामकरोगकाअर्थ।संक्रामकरोगजैसे
एच०आई०वी०/एड्स,ट्यूबरक्लोसिस,हिपेटाइटिस-A, B,
C।इनकेसंक्रमणकेकारणतथाउपचार
4.2आसनतथाविकृतियाँ:कारणतथाखराबआसन
केकारण
4.3सामान्यआसनीयविकृतियां:कारणतथाउपचारात्मक
व्यायाम
4.4KYPHOSIS, SCOLIOSIS, LORDOSIS,
KNOCK KNEES AND BOW LEGS, FLAT FOOT
भाग-IIशारीरिकशिक्षाकेमनोवैज्ञानिकआधार
अनुक्रम
1.प्रस्तावना
1.1मनोविज्ञानकाअर्थ,परिभाषा,प्रकृतितथाउद्देश्य
1.2खेलमनोविज्ञानकीआवश्यकतातथामहत्व
2.वृद्धिऔरविकास
2.1वृद्धिऔरविकासकाअर्थतथापरिभाषा
2.2वृद्धितथाविकासकोप्रभावितकरनेवालेकारक
2.3आयुकेनिम्नलिखितचरणोंमेंशारीरिक,मानसिक,
सामाजिकतथाभाषाकाविकास:
(1)बचपनसेपूर्वतथामध्यबचपन(2)बादकाबचपन(3)किशोरावस्था
3.सीखना
3.1सीखनेकाअर्थतथाप्रकृति
3.2सीखनेकेनियम
3.3सीखनेकोप्रभावितकरनेवालेकारकतथासिखलाई
वक्र-रेखा
3.4सीखनेकेप्रकारतथासिद्धांत
(1)प्रयासएवंत्रुटिविधि(Trial and Error)
(2)अनुबन्धितयाप्रतिबद्धअनुक्रियाकासिद्धान्त
(Conditioned Reflex Insight Theory)
(3)अन्तःदृष्टियासूझद्वारासीखना
(Learning by Imitation)
3.5सीखनेअथवाप्रशिक्षणकास्थानातरण
.
4.अभिप्रेरणा,संवेगतथाव्यक्तित्व
4.1अभिप्रेरणाकाअर्थतथापरिभाषा
4.2अभिप्रेरणाकेप्रकार
4.3चालनाएं,आवश्यकताएंतथाप्रयोजन
4.4अभिप्रेरणाकीशारीरिकशिक्षामेंभूमिका
4.5संवेगकाअर्थतथाप्रकृति
4.6भय,चिन्तातथाअतिक्रमण
4.7व्यक्तित्वकाअर्थतथापरिभाषा
4.8व्यक्तित्वकीविशेषताएंतथाआयाम
4.9व्यक्तित्वकोप्रभावितकरनेवालेकारक
भाग-III
खेलोंमेंचोटें
तथापुनर्वासन
अनुक्रम
1.खेलोंमेंचोटें
1.1खेलोंमेंचोटें:परिचय
1.2प्रशिक्षितकर्मियोंकाखेलोंमेंलगनेवालीचोटोंके
प्रबन्धनमेंयोगदान
1.3खेलोंमेंचोटोंकीरोकथाम
1.4खेलोंमेंलगनेवालीचोटोंकेकारण
1.5अधूरेउपचारकीजटिलताएं
1.6सामान्यखेलोंमेंलगनेवालीचोटेंतथाउनकाउपचार
1.मोच(Sprain) 2.तनाव(Strain) 3.तनाव(Dislocation)
4.अस्थिभंग(Fracture)खेलोंमेंलगनेवालीकुछअन्यमहत्वपूर्णचोटें
2.पुर्नवास
2.1पुर्नवास-परिभाषा,उद्देश्यतथाप्रयोजन
2.2निम्नलिखितचिकित्साप्रणलीमेंचोटकीप्रकृतिके।
आधारपरचिकित्साकेतरीके(Therapeutic Modalities)काप्रयोगकियाजाताहै:
A)ठंडीचिकित्सा(Cryotheraphy &
Cold Therapy)
गर्मचिकित्सा(Hot Therapy)
इन्फ्रारेडलैम्प(Infra Red Lamp)
(D)कन्ट्रास्टबाथ(Contrast Bath)
(E)पैराफिनस्नान(Paraffin Bath)/वैक्सबाथ
3.उपचारिकव्यायाम
3.1उपचारिकव्यायाम(Therapeutic Exercises)परिभाषातथाप्रयोजन
3.2उपचारिकव्यायामकेप्रभावतथामहत्व
4.खेलमालिश
4.1मालिशकीपरिभाषा
4.2मालिशपद्धतिकासामान्यदृष्टिकोण
4.3मालिशपद्धतिकेप्रकार
4.4सामान्यमालिशपद्धतितथाइसकेउपचारिकउपयोग
(1)ऐफेल्युरेजहस्तकौशलविधि(Effleurage Manipulation)
(2)गूंथना(Kneading)
(3)चुकोटना(Petrissage)
(4)घर्षण(Friction)
(5)सहलानेकीहस्तकौशलविधि
(Stroking Manipulation)
(6)थपथपानेकीहस्तकौशलविधि
(Percussion Manipulation)
(7)हिलानेवझकझोरनेकीहस्तकौशलविधि
(Shaking Manipulation)”
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